NRC Full Form
National Register Of Citizen
National Register Of Citizen (NRC Full Form )क्या होता है और यह कहा किन लोगो पर लागु होता है और किन लोगो को इससे डरने की जरूरत है और किन लोगो को नहीं चलिए सुरु करते है पहली हम बात करते है राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर क्या है ?
1955 में सिटीजनशिप एक्ट बनाया गया था जिसके तहत केंद्र Sarkar पर देस में हरी परिवार और व्यक्ति की जानकारी जुटाने की ज़िम्मेदारी है सिटीजनशिप Act 1955 में सेक्शन 14A मे 2004 में संशोधन किया गया था जिसके तहत नागरिक के लिए अपने आप को नेशनल Register आप सिटीजन यानी एनसीआर में करना अनिवार्य बनाया गया था आसाम और मेघालय को चोर कर पुरे देश के लिए पापुलेशन रजिस्टीरेड को 2015 _16में अपडेट किया गया था इसके लिए आकड़े 2011 के सेल्स के साथ जुटाय गए थे ।
असम के लिए NRC ड्राफ्ट इम्पोर्टेन्ट क्यों है ?
दरअसल असम में ILLEGAL तरीके से रह रहे लोगो को रोकने के लिए सर्कार एनसीआर अभियान चलाया था दुनिया के सबसे बड़े अभियानों में गिना जाने वाला ये अभियान डेकेक्ट डिलीट और डिपो के आधार पर है इसके तहत इंसान भारत का है या नहीं य पता लगाया जायगा और यदि वो इंसान भारत का न हुआ तो उसकी पहचान पता करके उनको उनके देश भेज दिया जायगा । जुलाई 2018 को NRC Full Form का ड्राफ्ट पुब्लिस हुआ था इसमें 3.29 करोड़ में से 2.9 करोड़ लोगो का नाम शामिल हुआ था।
जबकि 40 लाख लोगो को छोड दिया गया था बाद में सुप्रीम कोर्ट ने Draft सी 10 परसेंट लोगो का दुबारा सत्यापन करने का आदेश दिया था दरअसल कोर्ट ने उन Media रिपोर्ट को निगरानी में दिया था जिसमें एक पूर्व सैनिक को भी List से बाहर कर दिया गया था Supreme Court की निगरानी में असम NCERT तैयार करने का काम चल रहा था पहले यह 31 July 2019 Tak प्रकाशित होने वाला था लेकिन काम पुरा ना होने के कारण इसकी Date बढाकर 31 अगस्त कर दिया गया था ।
नेशनल सिटिज़न रजिस्टर की 5 महत्वपूर्ण बाते
NRC Full Form की महत्वपूर्ण बातें जो आपको पता होना अनिवार्य है देश में असम एक ऐसा लोट्टा राजय है जहाँ सिटीजनशिप रजिस्टर का System लागु है असम में सिटीजनशिप की रजिस्टर देश में लागु नागरिकता समझौता 1985 कानून से अलग है यहाँ असम से लागु है और इन समझौता के मुताबिक मार्च १९७१ की आधी रात तक असम स्टेट एंट्री करने वाले लोगो भारतीय नागरिकता मन जाएगा NRC Full Form के मुताबिक जिस व्यक्ति का नाम सिटीजनशिप रजिस्टर में नहीं होता।
उसी इन इललीगल Citizen मन जायेगा इसी 1951 बात है यार किया गया था इसमें यहाँ हर गाओं तथा हर घर में रहने वाले लोगो के नाम और संख्या दर्ज की गयी ह नर्स की रिपोर्ट से ही पता चलता है की कोण इंडियन Citizen है और कोण नहीं है साल 1947 में भारत पाकिस्तान के बटवारे क्ब बाद कुछ लोग असम से पूर्वी पाकिस्तान चले गए थे लेकिन उनकी ज़मीने अस्सम में थी इस लिए दोनों ओर से आना जाना बटवारे के बाद भी जारी रहा इसके बाद १९५१ में पहली बार NRC Full Form के Data को Update किया गया था।
इसके बाद भ्भी भारत में गुसपैट लगतर जारी रहा आसाम में साल 1971 में बांग्लादेश बनने के बाद भारी संख्या में यात्री का आना जाना जारी रहा इसे राज्य की आबादी बहुत ज्यादा भड़ गयी 80 की दसक के और असम स्टूडेंट यूनियन स्टूडेंट में एक आंदोलन सुरु किया था 6. साल के संघर्ष के बाद साल 1985 में असम समझौता और सिग्नेचर किये गए थे। NRC Full Form
इस समझौते में अवैध इमिग्रेंट्स का पहचान के लिए NRC Full Form का Update करने का प्रधान था लेकिन किसी न ककिसी वजह से ये मामला 90 साल तक लटका रहा इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को आर्डर के अनुशार उसके देख रेख में 2015 से जनगण का काम सुरु किया गया इस साल जनुअरी में असम के सिटीजन रगिटेर में 2.9 करोड़ लोगो के नाम दर्ज किये गए थे जबकि 3.9 लोगो ने आवेदन किया था ।
NRC के नाम रज़िस्टर कराने के लिए दस्तावेज ?
State NCR की एक Report में कहा गया की Sirf १० डाक्यूमेंट्स है जिन्हे वैलिड माना जायगा एनसीआर में अपना नाम वैलिड कराने के लिए यही अनिवार्य माना जायगा
१) जमीन के दस्तावेज
२) निवेश प्रमाण पत्र
३) भारत सरकार की तरफ से जारी पासपोर्ट
४) LIC की बीमा पालिसी जो सिर्फ २४ मार्च 1971तक ही वेलिड माना जायगा
५) अथॉरिटी द्वारा जारी लइसेंस
६) नियुक्ति को प्रमाडित करने वाला दस्तावेज
७ )बैंक/ डाक में खाता
८ जन्मप्रमाण पत्र
९) शिक्छण प्रमाणपत्र
१०) न्यायलय की सुनवाई से जुड़ा दस्तावेज
यह सभी दस्ता वेज होना अनिवार्य धन्यवाद् आज की आर्टिकल की जानकारी इतनी ही है फिर मिलेंग एक नई पोस्ट के साथ