OMICRON VIRUS
OMICRON VIRUS एक प्रकार की महामारी फ़ैलाने वाला वायरस है जो अत्याधिक घातक है |यह बीमारी कोरोना वायरस का ही एक रूप है जो अपने नए तरीको से पूरे देश और दुनिया में फैल रहा है | और उस रूप का ना OMICRON VIRUS है |ओमिक्रोण ग्रीक अल्फाबेट का 15 व Letter है | इस वैरिएंट के मिलना से पहले WHO इसके 12 लेटर का इस्तेमाल कर चूका था और इस हिसाब से इसे नए वैरिएंट को ग्रीक अल्फाबट के 13 वे लेटर का नाम देना था ये १३वा लेटर था |
NU पर इस नाम को नहीं रख गया इसके बाद इसको 14 वे लेटर पर इसका नाम रखना था लेकिन उसको भी इन्होने छोड़ दिया जानते है क्यों ? क्यूंकि जो 14 व अक्चर था | WHO ने सोचा अगर ये नाम दिया गया तो दुनिया इस नाम को सीजिमपिंग के नाम से जोड़ेगी | सिजीम्पिंग चीन के राष्ट्रपति है | जो की इनके नाम को लेकर सियासी मुद्दा बन्न जाता और लोगो को एक नई गलत फहमी में रहना पड़ता |इस लिए नई वैरिएंट के नाम करण के लिए 15 व अक्छर चुना गया जिसे OMICRON VIRUS नाम दिया गया |
OMICRON VIRUS कैसे उत्पन्न हुआ ?
OMICRON VIRUS से पूरे देश में फैल रहा है अबतक यह 16 देशो में फैल चूका है |और अपन ने भी अब तक इसका नाम सुन लिया होगा और आस पास आपके परिवार में इसकी चर्चा भी सुरु हो गयी होगी ये वायरस पहली बार साउथ अफ्रीका में मिला है |डॉक्टर का कहना ये है की ये कोरोना वायरस की पिछली वैरिएंट यानि डेल्टा से 7 गुना घातक है |और ये कई गुना तेज़ी से फैलता है |
OMICRON VIRUS से सावधान रहने का तरीका |
इस बीच भारत ने हाई रिस्क देशो की एक सूचि त्यार की है जहां से आने वाले यात्रियों पर सख्त नियम लागु होंगे और अगर आप ओमीक्रियण से बचना चाहते है |इसके बारे में ज्यादा जानकारी चाहते है तो आपको आज की हमारी पोस्ट बहुत ध्यान से पढ़नी होगी | तभी आपको पूरी जानकारी पढ़नी होगी |एक ताज़ा अध्यन के मुताबिक जितनी तेज़ी से कोरोना क डेल्टा वरियस १०० दिन में फैला था यानि जितना वो १०० दिनों में वो फैला था उतना ये न्य वैरिएंट सिर्फ १५ दिनों में फैल चूका है |
और वैरिएंट में अब तक ३२ Mutations हो चुके है जब कोई वायरस बहुत तेज़ी से Mutations होता है | यानि अपना रूप तेइ से बदलता है |तो उसे लड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है |किसी भी वायरस Mutations की प्रक्रिया बहुत सामान्य मानी जाती है | लेकिन इस वेरिएंट में OMICRON VIRUS असामान्य तरीके से हुआ है इस वजह से पूरी दुनिया बहुत चिंता में है | यानि इसका Mutation बहुत तेज़ है |और बहुत ज्यादा है |
अब तक यह कुल १६ दशो में यह वायरस पहुंच चुका है|और इनमे Africa और Europe के Desh है इसके अलावा Austrailia ,Canada, Hongkong
में भी इस वैतब रिएंट से लोग संक्रमित हुए है | आपको यद् होगा की पिछले साल जब कोरोना वायरस की सुरुवात हुए थी वो भी एस ही पहले चीन से कुछ दशो में फैला और फिर धीरे धीरे पूरी दुनिया में फैल गया और इस वैरिएंट के बारे में कहा जा रहा है की ये पुराने वैरिएंट से कई गुना तेज़ी से फैल रहा है |
भारत में कुछ लोगो को संग्धित मानते हुए उनकी जाँच भी की जा रही है| किसी भी वायरस में बदलाओ होते रहते है |या नियम लगभग सभी वायरस में होते है | कोरोना वायरस का जेनेटिक मेटेरियल RNA है | रना इस वायरस के घर का अड्रेस है | अब समस्या इस बात की है की इस वायरस का पता दिन प्रति दिन बदलता रहता है | यानि वायरस में लगातार बदलाव हो रहे है |
इसी को हम म्युटेशन कहते है | पिछले एक वर्से में हु वर्ल्ड हेल्थ Orginazation कोरोना के ५ वैरिएंट को वांटिएंट ऑफ़ कंसर्न के सूचि में रख चूका है |इनमे डेल्टा वैरिएंट भी था जिससे भारत में दूसरी लहर भी आयी थी | इस लहर में लगभग 2 .50लाख ल्प्गों क मौत हुए थी |अब सोचिये डेल्टा वैरिएंट जब इतनी तबाही लाया था तो ये न्य वैरिएंट कितना खतरनाक हो सकता है | इस नए वैरिएंट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है इस लिए आपको लगातार सतर्क रहना होगा|
क्यूंकि हर रोज नई नई जानकारी इसके बारे में आ रही है|और इस समय सब लगाह की जितनी भी जानकारी हमे प्राप्त हुए सब इकट्टेह करके हम आपको अपनी पोस्ट के जरिये ये जानकरी दे रहे है | भारत सर्कार ने इस नए खतरे को देखते हुए कई देशो को हाई रिस्क की सूचि में रख दिया है | मतलब इन देशो से जो यात्री भारत आयंगे
उन्हें कड़ी निगरानी में रखा जायगा और उनके लिए कोरोना प्रोटोकॉल भी बहुत सख्त हो जायँगे|ओमीरों से संक्रमित देशो के लिए भारत में आने के लिए भारत सर्कार ने नई गुइड लाइन बनाई ही जो 1 दिसंबर से लागु की जायँगी इसके तहत विदेशी यात्रियों को खुदके ख़चर्च पर ही RT -PCR टेस्ट करना अनिवार्य होगा |
और झाँच आने तक उन्हें एयरपोर्ट पर ही रुकना होगा |ये बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है | अगर इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी तो इनको होम कैंटीन ७+७ का फार्मूला को अपनाना होगा |अब हम आपको बताते है की ७+७ का होम करेन्टीन कैसा होगा |इसमें एयरपोर्ट पर हुए टेस्ट की रिपोर नेगेटिव आने पर ७ दिनों के लिए करेन्टीन में रहना होगा ८वे दिन rt -पीसीआर टेस्ट दुबारा करना होगा और अगर झाँच रिपोर्ट फिरसे नेगेटिव आती है तो तभी ७ दिन तक होम करेन्टीन में रहना होगा |
जिन देशो को highrisk की श्रीनि में नहीं रखा गया है |वह से आने वाले कुल यात्रियों में से ५% की रैंडम टेस्टिंग होगी इसका खर्च केंद्र सर्कार खुद उहठएगी उनसे पैसा नहीं लिया जायगा |और इन् यात्रियों के लिए भी १४ इन का होम कंटें करना होगा और समुद्री यात्री भी इसी प्रोटोकॉल का पालन करेंगे |
अब कुछ नई स्टडीज में इस बात की आशंका जताई गयी है की ये न्य वैरिएंट कोरोना की वैक्सीन को भी बेअसर कर सकता है | दिल्ली के AIMS हॉस्पिटल के निर्देशक डॉ.रणवीर गुलेरिया का कहना है की इस वैरिएंट के सभी बदलाव इस वायरस के स्पाइक चैत्र में हुए है जिसे ये वैरिएंट एसी छमता विकसिक कर सकता है जिसमे वो सरीर के इम्युनिटी सिस्टम से बच सकता है | PET Full In Hindi
OMICRON VIRUS के लछ्ण
OMICRON VIRUS के वायरस जिन देशो में पाय गए है उनके स्टडी के बाद ये पता चला है की जो लोग OMICRON VIRUS से संक्रमित है उन्हें हलके बुखार और थकन की शिकायत हुए है ये याद रखिये हल्का बुखार और थकान ये सुरुवाती लक्छ्ण है |डेल्टा वैरिएंट में लोगो की सूंघने की छमता चली जाती थी |और उन्ह खाने का स्वाद भी नहीं आता था | लेकिन OMICRON VIRUS वैरिएंट में एसी कोई लक्छ्ण नहीं देखे गए है और दछिणअफ्रीका की सर्कार ये दवा किया है की ये वैरिएंट संक्रामक जरूर है तेज़ी से फैलता भी जरूर है लेकिन ये ज्यादा खतरनाक नहीं है |
इसपर अमरीका के चीप मेडिकल अद्विसेर अन्धुनि फोऊछी ने खा है की ” सभी मतभेदों को एक तरफ रख दे अगर टिका नहीं लगा है तो जरूर लगवाय यदि आप पूरी तरह से टिकाकरण कर चुके है तो इसे बढ़ावा दे और बच्चो को भी टीकाकरण करवाय म्युटेशन देख कर लगता है की आसानी से फाइने वाला है और ये इम्मून प्रोटेक्शन को भी चकमा दे सकता है |इसके लिए आपको त्यार रहने की जरूरत है |
” तो इस नए वैरिएंट के लिए आपको बहुत ही ज्यादा सावधान रहना होगा | ओमीक्रीन से जुडी हमने साडी अपडेट आपको दे दी है आज की पोस्ट इतनी ही अब हम आपसे विदा लेते है | अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी या आपको नई जानकारिया प्राप्त हुए है तो कृपया हमे कमेंट में जरूर बताइये धन्यवाद |